अनाया बांगर ने BCCI और ICC के खिलाफ खोला मोर्चा: ट्रांसजेंडर महिला क्रिकेटरों के लिए उठाई आवाज़

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संजय बांगर की बेटी अनाया बांगर ने 8 पन्नों की रिपोर्ट के साथ BCCI और ICC से ट्रांसजेंडर महिला क्रिकेटरों को खेलने की अनुमति देने की मांग की है। जानें क्या है पूरा मामला और वैज्ञानिक रिपोर्ट में क्या है खास।

पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय बांगर की बेटी अनाया बांगर ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) से ट्रांसजेंडर महिला क्रिकेटरों को खेलने की अनुमति देने की मांग की है। अनाया ने अपनी इस मांग को एक 8 पन्नों की वैज्ञानिक रिपोर्ट के साथ प्रस्तुत किया है, जिसमें उनके हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) के बाद शारीरिक बदलावों और क्षमताओं का विस्तृत विवरण दिया गया है।

यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब ICC ने 2023 वनडे विश्व कप के बाद ट्रांसजेंडर महिलाओं को महिला क्रिकेट में भाग लेने से रोक दिया था। अनाया, जो खुद एक ट्रांसजेंडर महिला हैं, ने इस प्रतिबंध को चुनौती देते हुए अपनी वैज्ञानिक रिपोर्ट को BCCI और ICC के समक्ष प्रस्तुत किया है।

अनाया बांगर
Anaya Bangar

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वैज्ञानिक रिपोर्ट: क्या कहता है विज्ञान?

अनाया बांगर ने मैनचेस्टर मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी के सहयोग से एक साल तक HRT लेने के बाद अपने शारीरिक बदलावों का अध्ययन किया। इस अध्ययन में उनकी मांसपेशियों की ताकत, सहनशक्ति, ग्लूकोज और ऑक्सीजन के स्तर जैसे पैरामीटर्स का आकलन किया गया। रिपोर्ट के निष्कर्ष बताते हैं कि अनाया के ये सभी पैरामीटर्स सामान्य महिला एथलीटों के स्तर के अनुरूप हैं।

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अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में अनाया ने अपनी टेस्ट रिपोर्ट साझा करते हुए कहा, “पहली बार, मैं उस वैज्ञानिक रिपोर्ट को साझा कर रही हूं जो एक ट्रांस महिला एथलीट के रूप में मेरी यात्रा को दर्शाती है। पिछले एक साल में, मैंने हार्मोन थेरेपी शुरू करने के बाद संरचित शारीरिक आकलन किया है। यह रिपोर्ट मेरे परिवर्तन के वास्तविक, मापने योग्य प्रभाव को दर्शाती है, न कि राय, न धारणाएं, बल्कि डेटा।”

BCCI और ICC से अपील: तथ्यों पर आधारित बातचीत की ज़रूरत

अनाया बांगर ने BCCI और ICC से आग्रह किया है कि वे इस मामले पर तथ्यों पर आधारित बातचीत शुरू करें और ट्रांसजेंडर महिला क्रिकेटरों को खेलने का मौका दें। उन्होंने कहा, “मैं इसे पूरी पारदर्शिता और उम्मीद के साथ BCCI और ICC को सौंप रही हूं। मेरा एकमात्र इरादा डर पर नहीं, बल्कि तथ्यों पर आधारित बातचीत शुरू करना है। जगह बनाना है, विभाजित करना नहीं।”

संजय बांगर का समर्थन

अनाया बांगर के पिता संजय बांगर, जो खुद एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर और राष्ट्रीय टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच रह चुके हैं, ने भी अपनी बेटी के इस कदम का समर्थन किया है।

BCCI और ICC की प्रतिक्रिया

अब देखना होगा कि BCCI और ICC अनाया की इस अपील पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और क्या ट्रांसजेंडर महिला क्रिकेटरों को महिला क्रिकेट में भाग लेने का मौका मिल पाता है। अनाया का यह कदम ट्रांसजेंडर एथलीटों के अधिकारों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

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