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WPL 2024 के पहले और अपने डेब्यू मैच में आखिरी गेंद पर छक्का लगा कर, डेल्ही कैपिटल्स के जबड़े से मैच छीनकर मुंबई इंडियंस को जीत की दहलीज तक पहुँचाने वाली Sajeevan Sajana ने अपने हुनर से आज दुनिया में सभी क्रिकेट फैंस का दिल जीत लिया।
सजीवन सजना एक बेहद साधारण परिवार से आती हैं, उनका जन्म 4 जनवरी 1995 को मानंतवाड़ी में हुआ जो भारत के केरल राज्य के वायनाड ज़िले में स्थित है। परिवार के पालन पोषण के लिए उनके पिता केरल के एक शहर में ऑटो रिक्शा चलाते हैं।
केरल बाढ़ में उनका पूरा घर लगभग बह गया था. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और फिर से खड़ी होकर क्रिकेट खेला।
सजीवन सजना कुरिचिया जनजाति से संबंध रखती हैं. जो की एक आदिवासी समुदाय है इस तरह सजीवन सजना वीमेंस प्रीमियर लीग में खेलने वाली दूसरी आदिवासी क्रिकेटर बन गईं हैं, इससे पहले पिछले साल केरल के वायनाड से आदिवासी समुदाय से तालुक्क रखने वाली मिन्नू मणि वीमेंस प्रीमियर लीग में खेलीं थीं।
क्या आप जानते हैं? दरअसल, सजीवन सजना का सफर किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. सजीवन सजना अपने बचपन के दिनों में मानंतवाड़ी के बाहरी इलाके में अपने घर के पास धान के खेतों में नारियल के डंठल से बने बल्ले और प्लास्टिक की गेंद से दोस्तों और चचेरे भाइयों के साथ मस्ती के लिए क्रिकेट खेलती थीं.
इस खिलाड़ी को 17 साल की उम्र तक महिला क्रिकेट के बारे में पता नहीं था. लेकिन इसके बाद किस्मत ऐसी चमकी कि आज वीमेंस प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस जैसी बड़ी टीम के साथ जुड़ गईं हैं.
Cricketer Sajeevan Sajana Biography
Full Name | Sajeevan Sajana |
Born | January 4, 1995 Mananthavadi, Wayanad, Kerala |
Age | 29 Years, 1 Months, 19 Days |
Education | 10th from Government Model Residential School Pookkade |
National Side | India |
Batting Style | Right Handed |
Bowling | Off break |
Sport | Cricket |
Role | All-rounder |
Teams | Kerala, South Zone, Mumbai Indians |
सजीवन सजना एक महिला क्रिकेट खिलाड़ी हैं। उनका जन्म 4 जनवरी 1995 को मानंतवाड़ी, वायनाड, केरल में एक साधारण परिवार में हुआ। उन्होंने अपनी क्रिकेट यात्रा में कई चुनौतियों का सामना किया है। उनके पिता एक ऑटो रिक्शा चालक हैं और मां शारदा पार्षद हैं।
सजीवन सजना को एक ऑलराउंडर के रूप में जाना जाता है जो दाएं हाथ से ऑफ ब्रेक गेंदबाजी और दाएं हाथ से बल्लेबाजी कर सकती है। मुंबई इंडियंस में शामिल होने से पहले, उन्होंने केरल, दक्षिण क्षेत्र और भारत ए टीमों का प्रतिनिधित्व किया है।
उन्होंने पहली बार अंडर-23 स्तर पर केरल का प्रतिनिधित्व किया, जहां उन्होंने 2019 में ट्वेंटी-20 सुपर लीग खिताब के लिए अपनी टीम का नेतृत्व किया।
29 साल की सजीवन घरेलू क्रिकेट में केरल के लिए खेलती हैं। स्पिन ऑलराउंडर सजीवन को पहली बार महिला प्रीमियर लीग में खेलने का मौका मिला है। मुंबई की टीम ने उन्हें ऑक्शन में 15 लाख की कीमत में खरीदा था। सजीवन अनकैप्ड प्लेयर हैं। केरल के लिए घरेलू क्रिकेट में खेलने के अलावा वह इंडिया ए के लिए भी मैदान पर उतर चुकी हैं।
सजीवन सजना ने केरल की अंडर 23 महिला क्रिकेट टीम को ट्वेंटी-20 सुपर लीग खिताब दिलाया, जो कुछ महीने पहले मुंबई में आयोजित किया गया था। उन्होंने टूर्नामेंट में 14 विकेट लेकर आगे बढ़कर नेतृत्व किया और एक नाबाद शतक भी बनाया।
नीलामी में, मुंबई इंडियंस ने साजना को 15 लाख रुपये में खरीदा, जो उनके बेस प्राइस 10 लाख रुपये से अधिक था। कुरिचिया जनजाति से आने वाली, साजना अपने केरल टीम के साथी मिन्नू मणि के नक्शेकदम पर चलते हुए, डब्ल्यूपीएल मंच की शोभा बढ़ाने वाली जनजाति की दूसरी क्रिकेटर बन गई हैं।
डेब्यू मैच में आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर बनाई अपनी पहचान
संजना ने डब्ल्यूपीएल के दूसरे सीजन के पहले मैच के आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर सभी का ध्यान अपने तरफ आकर्षित करने में कामयाब रही है। आपको बता दें कि संजना डब्ल्यूपीएल में अपना पहला मैच खेल रही थी और पहले ही मैच में उनके एक छक्के ने टीम को जीत दिला दी। संजना अगर ऐसी ही प्रदर्शन करते रही तो वो दिन दूर नहीं होगा जब संजना भारतीय टीम के लिए खेलते भी नजर आएगी।
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— Women's Premier League (WPL) (@wplt20) February 23, 2024
5 off 1 needed and S Sajana seals the game with a MAXIMUM very first ball🤯💥
A final-over thriller in the very first game of #TATAWPL Season 1 🤩🔥
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प्रारंभिक जीवन, परिवार और शिक्षा (Early Life, Family and Education)
सजीवन सजना को 9 साल की छोटी उम्र में एक छात्रावास में भेज दिया गया था। सजीवन सजना का वहां अच्छा समय नहीं गुजरा और वह कभी-कभी अकेले रहती थी और घंटों रोती भी थी। हालाँकि, विपरीत परिस्थितियों ने उन्हें बहुत मजबूत और आत्मनिर्भर बना दिया।
हाल ही में हुए एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने बचपन के बारे में जो कुछ बतया वो हम आपको साझा कर ररहे हैं, उन्होने कहा – मेरा बचपन बहुत बढ़िया था, क्योंकि मैं गाँव की एकमात्र लड़की थी जिसका खेलों के प्रति इतना झुकाव था। इसलिए मैं क्रिकेट, फुटबॉल, बैडमिंटन आदि खेलती था। दिन के अधिकांश समय मैं केवल अपने चचेरे भाइयों और दोस्तों के साथ क्रिकेट खेलता था। वे सभी लड़के थे और मैं उस समय क्रिकेट खेलने वाली एकमात्र लड़की थी।
आर्थिक रूप से मेरा परिवार बहुत वंचित था. मेरी माँ बेरोजगार थी, मेरे पिता के पास एक छोटा ऑटो-रिक्शा था। तो, पिताजी परिवार में काम करने वाले एकमात्र व्यक्ति थे।
मेरी माँ और पिताजी ने अच्छा समर्थन किया, लेकिन मेरे पिताजी के परिवार से मुझे ज़्यादा समर्थन नहीं मिला क्योंकि दूसरी लड़कियाँ बहुत शांत स्वभाव की थीं और अपने घर से बाहर नहीं निकलती थीं।
सदैव घर के अंदर ही रहती थी और उन्हें खेलने में उनकी कभी रुचि नहीं होती थी खासकर लड़कों के साथ, उनके माता-पिता ने उन्हें कभी भी लड़कों के साथ कोई खेल खेलने की अनुमति नहीं दी। वे लड़कियों को अकेले छोड़ने से डरते थे।
लेकिन मेरा परिवार, उन्होंने मुझ पर कभी प्रतिबंध नहीं लगाया, लेकिन एक शर्त थी कि मैं जहां भी जाऊं, मुझे शाम 6 बजे तक घर लौटना होगा।
हर दिन माँ और पिताजी मुझे डांटते थे क्योंकि मेरी दादी मेरे माता-पिता से पूछती थीं, “आप वीएवीए (घर पर मेरा उपनाम) को बाहर जाने और लड़कों के साथ खेलने की अनुमति क्यों दे रहे हैं, अन्य लड़कियों को देखो वो सभी घर पर ही रहती हैं।
उससे कहो कि वह लड़कों के साथ खेलना बंद कर दे।” मेरी दादी की ओर से सदैव अनिच्छा रहती थी। अगर मैं देर से आता तो मेरे माता-पिता कभी-कभी मुझे डांटते थे।
अंत में मेरे माता-पिता ने मुझे छात्रावास में भेजने का फैसला किया, लेकिन फिर भी मैं बहुत खुश हूं क्योंकि दरअसल उस हॉस्टल (गवर्नमेंट मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल पुक्कडे) ने मेरी जिंदगी बदल दी। 6 वीं कक्षा से 10वीं कक्षा तक, चार साल मैंने उस छात्रावास में बिताए। मैंने बहुत कुछ सीखा और आत्मनिर्भर बन गई।’
Cricketing Role Model
एक इंटरव्यू के दौरन ये सवाल पूछे जाने पर की आप क्रिकेट में अपना आदर्श किसे मानती हैं तो जो उनका जवाब था वो इस प्रकार है – सचिन तेंडुलकर। बचपन में मैंने सचिन सर के बारे में सबसे ज्यादा सुना था। वे बताएंगे (कुट्टी सचिन खेल रहा है) “छोटा सचिन खेल रहा है”।
लेकिन महिला क्रिकेट के बारे में जानने के बाद मिताली दीदी और हरमन दीदी मेरी पसंदीदा बन गईं। अब मैं उन्हें फॉलो कर रही हूँ। मैं एमएस धोनी, ब्रेंडन मैकुलम, माइकल हसी और एडम गिलक्रिस्ट की बहुत बड़ा प्रशंसक हूं।
Domestic Career
एक ऑटो ड्राइवर की बेटी, इस बहादुर खिलाड़ी ने 17 साल की उम्र में ही क्रिकेट को गंभीरता से लिया था। हालांकि देर से शुरुआत करने के बावजूद, उन्होंने खेल में उल्लेखनीय प्रगति की है।
वह इसका श्रेय अपने आसपास के लोगों के खेल के प्रति प्रेम को देती हैं। सजीवन सजना ने अपनी यात्रा की शुरुआत प्लास्टिक की गेंद और नारियल के डंठल से बने बल्ले से की।
सजीवन सजना ने अपना पहला मैच 2013 में हैदराबाद के खिलाफ खेला। उस टूर्नामेंट से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला, साल 2013 से अब तक वे केरल राज्य क्रिकेट टीम का हिस्सा हैं और टीम की प्लेइंग इलेवन में हैं ।
एक उत्सुक और जल्दी सीखने वाली सजीवन सजना ने अपने कौशल पर काम किया और केरल महिला घरेलू क्रिकेट सर्किट में अद्भुत काम किया। सजीवन सजना ने अंतर-राज्यीय टी20 प्रतियोगिता में भी अंडर-19 टीम को तीसरे स्थान पर पहुंचाया और 2015 में अपने राज्य के लिए वर्ष की महिला क्रिकेटर रहीं।
हाल ही में संपन्न सीनियर महिला टी20 ट्रॉफी 2023 में, सजना केरल टीम के लिए प्रमुख प्रदर्शन करने वालों में से एक थी। साजना ने 7 पारियों में बल्ले से 33.50 की औसत से 134 रन बनाए, उनमें से 3 पारियों में वह नॉटआउट रहीं और 108.94 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए। हाथ में गेंद रहते हुए, सजना ने 6 विकेट लिए और नियंत्रण के साथ गेंदबाजी की।
सजीवन सजना ने केरल की अंडर 23 महिला क्रिकेट टीम को ट्वेंटी-20 सुपर लीग खिताब दिलाया, जो कुछ महीने पहले मुंबई में आयोजित किया गया था। उन्होंने टूर्नामेंट में 14 विकेट लेकर आगे बढ़कर नेतृत्व किया और एक नाबाद शतक भी बनाया।
WPL Career
वीमेंस प्रीमियर लीग ऑक्शन का आयोजन मुंबई में हुआ. इस ऑक्शन में कई भारतीय और विदेशी खिलाड़ियों पर पैसों की बारिश हुई. वहीं, इस ऑक्शन के बाद एक नाम लगातार खबरों में बना हुआ है. दरअसल, मुंबई इंडियंस ने 15 लाख रुपए खर्च कर सजाना सजीवन को अपनी टीम का हिस्सा बनाया।
सजाना सजीवन कुरिचिया जनजाति समुदाय से तालुक्क रखती हैं. इस तरह सजाना सजीवन वीमेंस प्रीमियर लीग में खेलने वाली दूसरी आदिवासी क्रिकेटर बन गईं हैं. इससे पहले पिछले साल केरल के वायनाड से आदिवासी समुदाय से तालुक्क रखने वाली मिन्नू मणि वीमेंस प्रीमियर लीग में खेलीं थीं।
सजीवन सजना ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत में कहा कि वह पिछले साल भी नीलामी पूल का हिस्सा थीं, लेकिन उन्हें कोई खरीदार नहीं मिला था.
पिछली डब्ल्यूपीएल नीलामी में जब मुझे किसी फ्रेंचाइजी द्वारा नहीं चुना गया तो मैं परेशान थी. लेकिन मुझे पता था कि अगर मैं कड़ी मेहनत करती रहूंगी, तो मेरी प्रतिभा को पहचाना जाएगा.
मैं कुछ दिन पहले उनके ट्रायल में शामिल हुई थी और मैं बहुत खुश हूं कि मुंबई इंडियंस जैसी टीम ने मुझे खरीदा है. साथ ही उन्होंने कहा कि अब दुनिया के सामने अपनी प्रतिभा दिखाने की जिम्मेदारी मेरी है
FAQs
Who is Sajeevan Sajana?
सजीवन सजना एक महिला क्रिकेट खिलाड़ी हैं। उनको एक ऑलराउंडर के रूप में जाना जाता है जो दाएं हाथ से ऑफ ब्रेक गेंदबाजी और दाएं हाथ से बल्लेबाजी कर सकती है। वर्तमान में वो मुंबई इंडियंस का हिस्सा हैं।