Shani Vakri 2025: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 13 जुलाई से शनि वक्री होने जा रहे हैं, जिससे मेष, मीन और कुंभ राशि पर साढ़ेसाती और सिंह व धनु पर ढैय्या का प्रभाव पड़ेगा। जानें इन राशियों के लिए क्या हैं सावधानियां और बचाव के उपाय।
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ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की चाल का मानव जीवन पर गहरा प्रभाव माना जाता है। 13 जुलाई 2025 से शनि देव मीन राशि में वक्री होने जा रहे हैं। शनि के वक्री होने से कुछ राशियों पर साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रारंभ होगा, जिससे इन राशियों के जातकों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

साढ़ेसाती का प्रभाव:
Shani Vakri 2025
मेष: मेष राशि वालों पर साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा। इस दौरान नौकरी-पेशे में चुनौतियाँ, आर्थिक तंगी और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आ सकती हैं।
मीन: मीन राशि वालों के लिए साढ़ेसाती का दूसरा चरण आरंभ होगा। इस चरण में मानसिक तनाव, पारिवारिक कलह और आर्थिक उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है।
कुंभ: कुंभ राशि वालों के लिए साढ़ेसाती का अंतिम चरण शुरू होगा। इस दौरान पुराने निवेशों से लाभ मिल सकता है, लेकिन नए निवेशों में सावधानी बरतनी होगी।
इन राशियों के जातकों को साढ़ेसाती के दौरान धैर्य रखना होगा और शनि देव को प्रसन्न करने के उपाय करने चाहिए।
ढैय्या का प्रभाव:
सिंह: सिंह राशि वालों पर ढैय्या का प्रभाव शुरू होगा। इस दौरान स्वास्थ्य का ध्यान रखना ज़रूरी है, पुराने रोग उभर सकते हैं। मानसिक तनाव भी बढ़ सकता है।
धनु: धनु राशि वालों पर भी ढैय्या का प्रभाव पड़ेगा। इस दौरान व्यवसाय में नुकसान, आर्थिक तंगी और पारिवारिक क्लेश का सामना करना पड़ सकता है।
ढैय्या से प्रभावित राशियों के जातकों को हनुमान जी की आराधना करनी चाहिए और शनि के प्रकोप से बचने के उपाय करने चाहिए।
शनि के प्रकोप से बचने के उपाय:
शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए कुछ उपाय अपनाए जा सकते हैं:
शनि देव की पूजा: नियमित रूप से शनि देव की पूजा करें और शनि मंत्र का जाप करें।
दान-पुण्य: जरूरतमंदों को दान करें, विशेषकर लोहे की वस्तुएं, तेल, काले कपड़े आदि।
हनुमान चालीसा का पाठ: प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें।
नीलम धारण: ज्योतिषी की सलाह लेकर नीलम धारण कर सकते हैं।
साधारण जीवनशैली: सादा जीवन जिएं और व्यर्थ के खर्चों से बचें।
* **कर्म पर ध्यान:** अपने कर्मों पर ध्यान दें और अच्छे कर्म करने का प्रयास करें।
सावधानी और सुझाव:
* किसी भी नए निवेश या व्यापारिक सौदे में सावधानी बरतें।
* वाहन चलाते समय विशेष सावधानी रखें।
* अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और नियमित जांच कराएँ।
* किसी भी प्रकार के विवाद या झगड़े से बचें।
* धैर्य रखें और सकारात्मक सोच बनाए रखें।
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है और किसी भी प्रकार की ज्योतिषीय सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।